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8. Is the share market a gambling market ?

8.क्या शेयर बाजार एक जुआ बाजार हैं ?

अगर एक लेखक के तौर पर आप मुझसे पूछे तो मेरा मानना हैं की शेयर बाजार एक जुआ बाजार नहीं हैं | हर्षद मेहता मामले  के बाद भारत में  शेयर बाजार को लेकर लोगों का नजरिया बदल गया था और समय के साथ उस नजरिये में  कोई खास बदलाव नहीं आया | क्यों की एक बार जब किसी विषय पर हमारी एक सोच-समझ बन जाती हैं तो ,फिर वो जीवन भर नहीं बदलती हैं | अगर हम बदलना चाहे तो उसके लिए कोई ठोस कारण चाहिए |

इन सब के बाद एक आम आदमी जब शेयर बाजार में  प्रवेश करता हैं, तब उसके सामने तरह-तरह की सूचनाएँ होती हैं , सूचनाओं से मेरा मतलब हैं की आज के समय में  टीवी चैनलों ,सोशल मीडिया,समाचार पत्र और पत्रिकाओं के माध्यम से  शेयर बाजार को लेकर कई तरह की सूचनाएँ हमारे सामने आ जाती हैं |  इन सूचनाओं के माध्यम से व्यक्ति  शेयर बाजार को समझे बिना निवेश करता हैं ,निवेश करने के बाद  शेयर बाजार में  उतार – चढ़ाव जारी रहता हैं, और उसके किए गए निवेश में  लाभ -हानि  भी होती  रहती  हैं |

जैसे ही उसके निवेश पर उसको हानि होती हैं, उस समय कहीं ना कहीं उस नए आम निवेशक का बाजार को लेकर जो नजरिया था वह उस पर हावी हो जाता हैं, और यही से तय हो जाता हैं की उसके निवेश पर उसको लाभ होगा या हानि होगी | क्योंकि जब व्यक्ति डर का सामना करता हैं,तब सही निर्णय नहीं ले पाता हैं और जब हानि होती हैं तो जाहिर सी बात हैं, एक आम आदमी जिसके अंदर शेयर बाजार का भय पहले से व्याप्त हैं, वो इसको कुछ हद तक जुआ बाजार भी समझ सकता हैं | तो निष्कर्ष  यह की जब तक आप स्वयं शेयर बाजार के बारे में  सामान्य जानकारी नहीं रखते हैं, तब तक आप निवेश ना करें तो बेहतर हैं |

एक लेखक के तौर पर मैं  इस बात का समर्थन नहीं करता हूँ की टीवी चैनलों ,सोशल मीडिया,समाचार पत्र और पत्रिकाओं के माध्यम से हमे शेयर बाजार संबंधी जो सूचनाएँ मिलती हैं, वो हमे हानि पहुंचाती हैं | यदि सूचनाओं को समझने और विश्लेषण करने की हमारे अंदर क्षमता नहीं हैं, तो हमे  इन सूचनाओं के आधार पर कभी निवेश नहीं करना चाहिए | आज इन्हीं सूचनाओं के माध्यम से मैं  शेयर बाजार को और अच्छे तरीके से समझ पाया हूँ |

क्यों की शेयर बाजार मनोविज्ञान पर आधारित बाजार हैं, जिसका व्यवहार या मौलिक ढांचा समझने की आवश्यकता हैं | सबसे बेहतर यही हैं की आप किसी Investment adviser से सलाह ले , साथ ही मेरा यह भी मानना हैं की आपको शेयर बाजार की सामान्य जानकारी तो होनी ही चाहिये |

शेयर बाजार को लेकर मेरी एक सोच हैं की “यदि मेरा नजरिया एक निवेशक का हैं, तो शेयर बाजार मेरे लिए एक निवेश बाजार हैं | यदि मेरा नजरिया एक व्यापारी/trader का हैं, तो शेयर बाजार मेरे लिए  एक व्यापार बाजार/trading market हैं और यदि मेरा नजरिया ही एक जुआरी का हैं, तो शेयर बाजार मेरे लिए  एक जुआ बाजार हैं |

शेयर बाजार कोई बाहरी चीज नहीं हैं, ये हमारे अंदर अस्तित्व रखता हैं |